शतरंज की चाल सियासी है बिसात शतरंज की चाल सियासी है बिसात
वक्त की बिसात खेल थोड़ा अजीब है वक्त की बिसात खेल थोड़ा अजीब है
राजा ने था बहुत कुछ गँवाया राजा ने था बहुत कुछ गँवाया
ऐसी बनी चाहत नहीं, जो गैरन से शह हार गयी। ऐसी बनी चाहत नहीं, जो गैरन से शह हार गयी।
मात पिता हैं सच्चे परमेश्वर मात पिता हैं सच्चे परमेश्वर
बंदगी और जिंदगी प्यार ही तो है, हर खुशी बस वही, दिलदार ही तो है... बंदगी और जिंदगी प्यार ही तो है, हर खुशी बस वही, दिलदार ही तो है...